नई दिल्ली: पिछले महीने पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा पकड़े गए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान पूर्णम शॉ को आखिरकार बुधवार (14 मई) को रिहा कर दिया गया.
बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, 23 अप्रैल को पकड़े जाने के बाद से 21 दिन तक पाकिस्तानी अधिकारियों की हिरासत में रहे शॉ को बुधवार को सुबह करीब 10:30 बजे पंजाब के अमृतसर में अटारी सीमा पर भारतीय अधिकारियों को सौंप दिया गया.
बीएसएफ ने एक बयान में कहा, ‘आज बीएसएफ जवान पूर्णम कुमार शॉ, जो 23 अप्रैल 2025 से पाकिस्तान रेंजर्स की हिरासत में थे, को संयुक्त चेक पोस्ट अटारी, अमृतसर के माध्यम से लगभग 10:30 बजे भारत को सौंप दिया गया. यह ट्रांसफर शांतिपूर्ण तरीके से और स्थापित प्रोटोकॉल के अनुसार किया गया.’
बीएसएफ के बयान में कहा गया है कि शॉ की वापसी पाकिस्तान रेंजर्स के साथ नियमित फ्लैग मीटिंग और अन्य संचार चैनलों के माध्यम से बीएसएफ के लगातार प्रयासों के परिणामस्वरूप संभव हो सकी.
फिरोजपुर में बीएसएफ की 24वीं बटालियन में तैनात शॉ को 23 अप्रैल को भारत-पाक सीमा पर तैनात किया गया था. पहलगाम में सीमा पार से हुए आतंकवादी हमले में 26 भारतीय पर्यटकों के मारे जाने के एक दिन बाद ही यह घटना हुई थी.
स्थानीय किसानों को संवेदनशील क्षेत्र से निकालने में मदद करते समय शॉ ने कथित तौर पर अनजाने में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर ली. पाकिस्तानी सेना ने कथित तौर पर उसे हिरासत में लिया और बाद में उनकी आंखों पर पट्टी बंधी एक तस्वीर जारी की, जिससे उनके पकड़े जाने की आशंका की पुष्टि हुई.
द वायर ने पहले बताया था कि पश्चिम बंगाल के रिशरा निवासी शॉ के परिवार के सदस्य उन्हें हिरासत में लिए जाने के बाद से सदमे में हैं और उन्होंने भारत सरकार से उनकी रिहाई सुनिश्चित करने की अपील की थी.