Posted on 23 Jan 2019 -by Watchdog
नई दिल्ली: लगातार लगते कयासों के बीच प्रियंका गांधी औपचारिक रूप से राजनीति में आ गयी हैं. आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र कांग्रेस ने बड़ा फैसला लेते हुए उन्हें महासचिव बनाते हुए पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभार सौंपा है. वे फरवरी के पहले हफ्ते से अपना कार्यभार संभालेंगी.
पार्टी की ओर से जारी बयान के मुताबिक, इसके साथ ही ज्योतिरादित्य सिंधिया को महासचिव-प्रभारी (उत्तर प्रदेश-पश्चिम) बनाया गया है. वहीं पार्टी के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल को संगठन महासचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई है जो पहले की तरह कर्नाटक के प्रभारी की भूमिका निभाते रहेंगे.
संगठन महासचिव की जिम्मेदारी संभाल रहे अशोक गहलोत के राजस्थान का मुख्यमंत्री बनने के बाद वेणुगोपाल की नियुक्ति की गई है. उत्तर प्रदेश के लिए प्रभारी-महासचिव की भूमिका निभा रहे गुलाम नबी आजाद को अब हरियाणा की जिम्मेदारी दी गयी है.
प्रियंका गांधी को भाजपा का गढ़ माने जाने वाले पूर्वी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी देने को कांग्रेस का बड़ा दांव कहा जा रहा है. जहां पार्टी कार्यकर्ता भी प्रियंका के राजनीति में आने को लेकर उत्साहित हैं, वहीं पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को भी उनसे काफी उम्मीदें हैं.
कांग्रेस वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा ने प्रियंका गांधी को महासचिव बनाए जाने पर कहा है कि प्रियंका के आने का असर अन्य क्षेत्रों पर भी पड़ेगा.
उन्होंने कहा ,’प्रियंका को दी गयी जिम्मेदारी बेहद अहम है. इसका असर केवल पूर्वी यूपी पर ही नहीं, बल्कि अन्य इलाकों पर भी होगा.’