Posted on 19 Dec 2019 -by Watchdog
नागरिकता कानून के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहा है। इसका आह्वान लेफ्ट विंग ने किया है और कांग्रेस समेत तमाम दूसरे दलों ने बंद का समर्थन कियाा है। दिल्ली में धारा 144 लगाए जाने के बावजूद लोग सड़कों पर हैं। कई स्टेशनों पर मेट्रो भी बंद कर दी गई है। कई प्रदेशों में भी धारा 144 लागू कर दी गई।
दिल्ली में प्रमुख वामपंथी नेताओं सीताराम येचुरी, वृंदा कारात, प्रकाष कारात, डी राजा आदि को पुलिस ने सुबह ही हिरासत में ले लिया था। इसके बावजूद जंतर मंतर पर हजारों की संख्या में लोग नागरिकता कानून के खिलापफ प्रदर्षन में षामिल हुए। देहरादून में भी वामपंथी पार्टियों के आहवान पर विरोध प्रदर्षन हुआ। उत्तराखंड के अलग-अलग षहरों में लोगों ने मोदी सरकार के नागरिकता कानून का विरोध किया।
उत्तर प्रदेश की राजधानी में नागरिकता कानून को लेकर हो रहा विरोध-प्रदर्शन ने हिंसक रुख इख्तियार कर लिया है। लखनऊ के कई इलाकों में हिंसा फैल गई है। उपद्रवियों ने दो पुलिस चौकी जला दी है। कुछ वाहनों को भी फूंक दिया है। डॉलीगंज इलाके में तोड़फोड़ और पथराव की खबर है। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े हैं। ठाकुरगंज में फायरिंग की सूचना है। प्रदर्शनों की वजह से लखनऊ में जगह-जगह भीषण जाम लग गया है।
लखनऊ में तमाम पार्टियों ने विधान सभा के सामने प्रदर्शन किया। यह सभी नागरिकता कानून वापस लेने की मांग कर रहे थे। पुलिस ने प्रदर्शन के दौरान यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को परिवर्तन चौक से हिरासत में ले लिया। नागरिक बिल के खिलाफ चंडीगढ़ में भी शाम को प्रदर्शन होगा। स्टूडेंट सेंटर से सेक्टर 17 तक मार्च निकालाा जाएगा।
बंद को असफल बनाने के लिए विरोध कर रहे नेताओं को जगह-जगह हिरासत में लिया जा रहा है। बैंग्लोर से खबर आ रही है कि विरोध के लिए यहां के टाउन हाल में बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए हैं। कांग्रेस के विधायक रिजवान अरशद को यहां पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। उधर, कांग्रेस नेता हरीश रावत और रिपुन बोरा ने गुवाहाटी में नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन में शिरकत की है। यूपी के संभल में कथित तौर पर प्रदर्शनकारियों के बस में आग लगाने की भी सूचना है।
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि आज सभी नागरिकों में डर है। मैं केंद्र सरकार से अपील करता हूं कि वह इस कानून को लागू न करे और युवाओं को रोजगार दे। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अपने बयान में कहा है कि मगर इतना जान लीजिए कि जितना आवाज दबाएंगे उतनी तेज आवाज उठेगी।
दिल्ली-एनसीआर और बैंग्लोर में भी धारा 144 लगाई गई है। विरोध को देखते हुए कई मेट्रो स्टेशनों को बंद कर दिया गया है। मार्च में शामिल स्वाराज इंडिया पार्टी के अध्यक्ष योगेंद्र यादव को दिल्ली में और इतिहासकार रामचंद्र गुहा को बैंग्लोर में हिरासत में ले लिया गया है।बिहार में भी जबरदस्त विरोध प्रदर्शन जारी है। यहां लोगों ने ट्रेन रोक दी है और प्रदर्शन कर रहे हैं। बिहार के पटना और दरभंगा में ट्रेनें रोकी गई हैं। लेेफ्ट पार्टियों ने यहां भी बिहार बंद का आह्वान किया था
दिल्ली में प्रमुख वामपंथी नेताओं सीताराम येचुरी, वृंदा कारात, प्रकाष कारात, डी राजा आदि को पुलिस ने सुबह ही हिरासत में ले लिया था। इसके बावजूद जंतर मंतर पर हजारों की संख्या में लोग नागरिकता कानून के खिलापफ प्रदर्षन में षामिल हुए। देहरादून में भी वामपंथी पार्टियों के आहवान पर विरोध प्रदर्षन हुआ। उत्तराखंड के अलग-अलग षहरों में लोगों ने मोदी सरकार के नागरिकता कानून का विरोध किया।